Wednesday, May 25, 2011
उम्र के साथ परिपक्व होते हैं पति-पत्नी के संबंध
जब आदमी चालीस के दशक में पहुंचता है और जीवन में अर्जित अपनी उपलब्धियों का जायजा लेता है तो महसूस करता है कि बीस और तीस के दशकों में उसने जो स्वप्न संजोए थे वो सब ऐसे ही रह गये। थकान, तनाव और सफेद होते सिर के बाल ये सब मिलकर उसकी अपने बारे में बनायी तस्वीर को चुनौती देते हैं। उसकी चेतना में तेजी से आता हुआ बुढ़ापा उसे सुई-सी चुभाता है और उसे भयभीत करता है कि अब वह युवा नहीं रहा। चालीस से पचास साल की औरतें भी उम्र के इस दौर में कुछ खास किस्म के सेक्स संबंधी परिवर्तनों से गुजरती हैं और अकसर वे अपनी सेक्स की इच्छा को गहराई से जानना चाहती हैं। इस उम्र में बहुत सारी औरतें एक ऐसी कुंठा के दौर से गुजरती हैं जब उन्हें लगता है कि यौवन काल में गलत धारणाओं के कारण और बाद में गृहस्थी के दबाव के कारण वे सेक्स का भरपूर आनंद नहीं ले पाईं और उम्र के इस दौर में आने पर उन्हें कुंठा होने लगती है। उन्हें सबसे बड़ी कुंठा यह होती है कि उन्होंने जीवन के सुनहरे समय को यूं ही गवां दिया। उम्र के इस दौर में सेक्स की तीव्र इच्छा को अपने जीवन साथी के सामने प्रकट करने के बजाव इसे छिपाती हैं। उम्र के इस पड़ाव में पुरुष औरत के शारीरिक सौन्दर्य की बात नहीं करते बल्कि अच्छे मित्र की बात करते हैं। इस उम्र में औरतें एक आदर्श पुरुष में मधुरता और सज्जनता ढूंढती हैं। इस उम्र में लोग आत्मकेन्द्रित हो जाते हैं और उनकी भावनाएं कोमल हो जाती हैं। इस उम्र में जीवन साथी संबंधी हमारी बदलती इच्छाएं, आकांक्षाएं और अपेक्षाएं हमारे जीवन को प्रभावित करती हैं। स्पष्ट रूप से जीवन के अनुभवों से हम जीवन से समझौता करने और कुछ समस्याओं के साथ जीना सीख लेते हैं। समझौता करने का अर्थ यह नहीं कि उन सारे मुद्दों को छोड़ दिया जाए जिन पर हमारे मतभेद हों। इस उम्र में यह बात ध्यान रखनी चाहिए कि अपने क्रोध पर काबू पाना सीखें और इस बात को ध्यान में रखिए कि कुछ निराशा और कुछ क्रोध जीवन के सामान्य हिस्से हैं और बहुत अच्छे संबंधों में भी ये चीजें पैदा होती हैं। एक-दूसरे पर दोषारोपण करना छोडि़ए। वैवाहिक जीवन के अधिकांश झगड़े इसीलिए पैदा होते हैं और इसका परिणाम सिर्फ क्रोध और कुंठा है। क्रोध किसी समस्या का सूचक है। जीवन साथी के क्रोध को यों ही मत टालिए। उस पर ध्यान दीजिए। अगर इस क्रोध पर आप ध्यान दें और इसके कारणों की तह तक पहुंचने का प्रयास करें तो आप इससे उत्पन्न होने वाली ढेर सारी समस्याओं से बच सकती हैं।
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