Saturday, May 21, 2011
वेश्यावृत्ति की कमाई से करते हैं पढ़ाई
बर्लिन
जर्मनी की राजधानी बर्लिन में विश्वविद्यालय के छात्र पढ़ाई-लिखाई का खर्च पूरा करने के लिए वेश्यावृत्ति को आमदनी का सही साधन मानते हैं।
बर्लिन अध्ययन केन्द्रों का सर्वेक्षण करने के बाद यह बात सामने आई कि बर्लिन में विश्वविद्यालय के हर तीन छात्रों में एक छात्र ऐसा होता है जो पढऩे-लिखने का खर्च पूरा करने के लिए वेश्यावृत्ति को अच्छा जरिया मानता है।
पेरिस और कीव से अगर बर्लिन की तुलना की जाए तो पढ़ाई के खर्च का इंतजाम करने के लिए वेश्यावृत्ति अपनाने वाले छात्रों की संख्या ज्यादा है। पेरिस में यह आंकड़ा 29.2 प्रतिशत है जबकि कीव में 18.5 प्रतिशत छात्र पढ़ाई के लिए आर्थिक प्रबंध का जरिया वेश्यावृत्ति को मानते हैं।
बर्लिन के 3200 छात्रों का सर्वेक्षण करने पर उनमें से चार प्रतिशत ने कहा कि उन्होंने किसी न किसी तरीके से सेक्स में हिस्सा लिया है। इनमें से कइयों ने कहा कि या तो वे वेश्यावृत्ति का धंधा करते हैं या कामोत्तेजक नृत्य अथवा इंटरनेट शो आदि में भाग लेते हैं।
वेश्यावृत्ति पर अध्ययन करने वाले लेखक इसके नतीजे जानकार हतप्रभ रह गए। उन्होंने कहा कि छात्र वेश्यावृत्ति के बारे में अक्सर कई बार सुना गया मगर उन्हें इस संबध में खास जानकारी नहीं थी कि शिक्षा के लिए भी वेश्यावृत्ति की जाती है।
एक विश्वविद्यालय की 26 वर्षीय छात्रा ईवा बलुमेंसचेइन ने बताया कि अच्छा खासा पैसा मिलने के कारण छात्र वेश्यावृत्ति का रास्ता अपनाते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा में सुधार होने के कारण छात्रों पर काम का भार बढ़ गया है। उनकी फीस में भी काफी वृद्धि हुई है जिसकी वजह से छात्रों के पास पैसा कमाने के लिए वक्त नहीं है और नतीजतन वे वेश्यावृत्ति कर रहे हैं।
अध्ययन के अनुसार वेश्यावृत्ति में लगे 30 प्रतिशत छात्रों पर कर्ज है। इनमें से 18 प्रतिशत का कहना है कि जो कर्ज के बोझ से लदे हैं वे सेक्स वर्क को आमदनी का साधन मानते हैं।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment