Thursday, April 15, 2010
तुलसी और आंवला काटते हैं रेडिएशन प्रभाव
विशेषज्ञों की मानें तो धातृ फल आंवला और तुलसी में ऐसे गुण मौजूद हैं जो न सिर्फ रेडिएशन का प्रभाव काटते हैं बल्कि रेडिएशन होने पर इस बीमारी से बचाते भी हैं। इनका साइड इफेक्ट भी नहीं है। मायापुरी में रेडिएशन प्रभावित लोगों की पहचान कर स्वास्थ्य जांच करने की टीम में होम्योपैथ विशेषज्ञ को विशेष रूप से शामिल किया गया है। मायापुरी में जांच टीम के साथ आए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के कोर ग्रुप के सदस्य डॉ नवल कुमार ने बताया कि तुलसी के पौधे में एंटी ऑक्सिडेंट तत्व अधिक होते हैं। जो रेडियोधर्मिता से बचाव करता है। इसलिए तुलसी का पांच पता गर्म पानी में उबाल कर पीना चाहिए। इसके अलावा तुलसी से बनी ओसिमम सैंक्टम नाम की दवा भी उपलब्ध है। जिसका दस से 15 बूंद सेवन किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि डीआरडीओ इस पर अनेक शोध कर चुका है। अभी भी शोध हो रहे हैं। इसके अलावा आंवला भी रेडिएशन के प्रभावों से बचाता है।
आंवला से बनी दवा की खुराक भी दी जाएगी। हिमालय के क्षेत्र में पोडो फाइलम नाम का एक पौधा बहुतायत मात्रा में पाया जाता है। यह अमेरिकी पौधा है। इस पर इनसास के वैज्ञानिक शोध कर रहे हैं। यह रेडियोधर्मिता के प्रभावों को रोकने में अत्यधिक कारगर है।
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