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Friday, August 27, 2010

पति-पत्नी : झगड़ों की बस दो ही वजह

पति-पत्नी के बीच झगड़े के कारणों के बारे में आप सोचना शुरू करते हैं तो आपको बहुत से कारण दिखाई पड़ेंगे। लेकिन एक अध्ययन कहता है कि पति-पत्नी के बीच झगड़ों के महज दो ही कारण होते हैं। जर्नल साइकोलॉजिकल एसेसमेंट के जून अंक में प्रकाशित एक अध्ययन कहता है कि पति और पत्नी के बीच झगड़ों के केवल दो ही कारण होते हैं। बेलर यूनिवॢसटी, टैक्सास के साइकोलॉजिकल एंंड न्यूरोसाइंस विभाग के कीथ सैन्फोर्ड, पीएचडी और कपल कंफ्लिक्ट कंसल्टेंट ने ३५३९ विवाहित लोगों पर यह अध्ययन किया था। इस अध्ययन में झगड़े के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले शब्दों और व्यवहार का विश्लेषण किया। सैन्फोर्ड और उसके साथी अनुसंधानकत्ताओं ने अध्ययन के दौरान एक क्वेश्चनेयर तैयार किया, ताकि इस बात को जाना जा सके कि पति-पत्नी और पार्टनर्स किन मुद्दों पर लड़ते हैं। इस टीम ने यह नतीजा निकाला कि हर झगड़े में एक व्यक्ति (पति या पत्नी) यह महसूस करता है कि उसकी उपेक्षा की जा रही है, दूसरा पार्टनर उसके प्रति प्रतिबद्ध नहीं है या एक पार्टनर दूसरे के लिए चुनौती बन रहा है। २६ वर्षीया दीपाली शर्मा कहती हैं- मैं और मेरा पार्टनर दोनों प्रोफेशन में हैं, इसलिए हमें देर रात तक काम करना होता है। लिहाजा हम दोनों ही उपेक्षित महसूस करते हैं। वास्तव में कई बार मैं अपने पार्टनर को कह चुकी हूं कि क्या उसने शादी अपने काम से की है। मैं तुम्हारे लिए बेकार की चीज हूं।
सॉफ्टवेयर इंजीनियर निखिल कोतवानी का कहना है कि उसकी पत्नी हर चीज पर अपना नियंत्रण रखती है। वह कहता है, कई बार मुझे लगता है कि तीन साल से मेरी पत्नी मुझे झेल रही है। मनोचिकित्सक दीपक रहेजा कहते हैं, अक्सर ऐसी शादियों में ही ऐसा होता है, जहां पार्टनर पहले से एक-दूसरे को जानते हैं या एक-दूसरे के साथ रह रहे होते हैं। वह कहते हैं, वास्तव में लोग अपने रिश्तों पर काम नहीं करते और दूसरे व्यक्ति से भी यही उम्मीद करते हैं। वह कहते हैं, इस तरह के रिश्तों में संवेदनशीलता और सहनशीलता की नितांत कमी होती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि पति-पत्नी के बीच भावनाओं का आदान-प्रदान होना बेहद जरूरी और महत्त्वपूर्ण है-खासतौर से यदि आप उपेक्षित महसूस कर रहे हों। अपनी जरूरतों के प्रति ईमानदार होना आपके रिश्ते को एक सार्थक रिश्ते में बदल सकता है।

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