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Friday, September 23, 2011

नौकरी ढूंढना हुआ आसान


नौकरी के लिए कोई एंप्लॉयमेंट एक्सचेंज में नाम लिखवाता है तो कोई जॉब सर्चिग साइट्स पर खुद को रजिस्टर करता है। क ोई लगातार अखबारों में नौकरियों की तलाश करता है तो कोई मैगजीन्स में छपे जॉब एलर्ट खंगालता रहता है। नौकरी के लिए मची मारामारी में सही व्यक्ति तक उसकी योग्यता के अनुसार उपलब्ध नौकरी की सूचना पहुंच जाए यह आसान भी नहीं। क्योंकि अक्सर कम पढ़े लिखे और गरीब लोगों की पहुंच इन सारे माध्यमों तक भी मुश्किल ही होती है। इन समस्याओं को समझते हुए बंग्लोर के सॉफ्टवेयर प्रोफेशनल ने एक ऎसा डिवाइस तैयार किया है जो एंप्लाई और एंप्लायर के बीच उपलब्ध नौकरियों से संबंधी सीधा संवाद स्थापित करता है, और वह भी बिना किसी जटिलता के।
अचानक मिली प्रेरणा
इस मशीन को बनाने की प्रेरणा राजन को उस समय मिली जब उन्हें एक कुक की तलाश थी। पास ही के किसी व्यक्ति ने उन्हें एक बूढ़ी औरत के बारे में बताया था, जिसे काम की जरूरत थी। वह उस व्यक्ति को अपना नंबर बूढ़ी औरत को देने का कह कर चला आया। लेकिन उस औरत से संपर्क ही दो सप्ताह के बाद हो सका। जब उसने राजन को फोन किया तब वह कुक रख चुका था। इस घटना ने राजन को सोचने पर मजबूर कर दिया कि शायद उस औरत को उस वक्त इस फोन कॉल के पैसे जुटाने में भी परेशानी उठानी पड़ी हो। तो ऎसा क्या जरिया हो सकता है जिससे एक गरीब व्यक्ति तक नौकरी की जानकारी समय रहते पहुंचाई जा सकें।
डिवाइस बनेगी मददगार
इस डिवाइस के लिए फ्री यूजर आईकार्ड बनवाते समय यूजर को अपने काम के बारे में बताना होगा। अपने पेशे की सही जानकारी देने से उन तक पहुंचने वाली नौकरियों को कैटेगराइज किया जा सकेगा। जैसे कोई माली होगा तो कोई नाई, कोई होम सर्वेँट होगा तो कोई धोबी। कॉलसेंटर डाटा बेस के जरिए उनके पेशों का रिकार्ड रखा जाएगा। इससे होगा यह कि जब अगली बार कोई व्यक्ति अपना यूजर कार्ड इंसर्ट करवाएगा, उसे उसकी योग्यता के अनुसार उपलब्ध नौकरियों की जानकारी मिल जाएगी।
ज्यादा नहीं कीमत
फिलहाल तो यूजर्स को मत्थुकत्थे के लिए कुछ भी भुगतान नहीं करना प्रड़ रहा, लेकिन आने वाले समय में प्रोजेक्ट के प्रसार के लिए रेवन्यू जुटाने के लिए यूजर्स को एक छोटी सी फीस देनी होगी। ताकि इसका और प्रसार किया जा सके। शुरूआती दौर में मत्थुकत्थे को बंग्लौर के मल्लेस्वर्म इलाके में लगाने की योजना है। साथ ही इसके पड़ोसी इलाक को भी इस डिवाइस से जोड़ा जाएगा। बस स्टैण्ड के पास लगाए जाने वाले इन बूथों तक ज्यादा से ज्यादा यूजर्स की पहुंच सुनिश्चित की जाने की योजना है।
एक नया प्लेटफार्म
अपने काम के लिए एंप्लाई तलाशने वाले लोगों के लिए यह एक नए प्लेटफार्म के रूप में है। एंप्लायर्स कॉल सेंटर को संपर्क करके अपने यहां उपलब्ध नौकरियों की लिस्टिंग करवा सकते हैं। इन नौकरियों की जानकारी मत्थुकत्थे के माध्यम से लोगों तक पहुंचाने का काम कॉल सेंटर करेगा। उपलब्ध रिक्ति की लिस्टिंग कराने में 150 रूपए की फीस एंप्लायर से ली जाएगी। इसके बाद मौजूद डाटा बेस के हिसाब से नौकरियों को वर्गीकृत किया जाएगा। फिर रजिस्टर्ड लोगों के प्रोफेशन्स के हिसाब से उन्हें उनकी योग्यता के आधार पर नौकरियों की सूचना मत्थुकत्थे के जरिए पहुंचा दी जाएगी।
क्या है यह डिवाइस
नंदन राजन ने एक ऎसा डिवाइस तैयार किया है जो दिखने में एक बक्से जैसा है और उसमें सिर्फ दो ही बटन हैं। एक हरा और एक लाल। डिवाइस का नाम मत्थुकत्थे है, जिसका कन्नड़ में अर्थ है बातचीत। इसे एक पब्लिक टेलीफोन की तरह प्रयोग किया जा सकता है। प्रयोग करने के लिए आपको एक मत्थुकत्थे आईकार्ड बनवाना होगा। इस कार्ड को इन्सर्ट करवाने से आपकी योग्यता अनुसार नौकरी से संबंधित सूचनाएं मिल सकती हैं।यह डिवाइस प्रयोग करने में सरल और सस्ती है। इस डिवाइस के चालू हो जाने पर इसमें रिकार्डिड आवाज के जरिए ऑप्शन चुनने के लिए कहा जाता है। स्वीकार करने के लिए हरे तथा दूसरे ऑप्शन पर जाने के लिए सिर्फ लाल बटन दबाना है।

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