Sunday, October 3, 2010
गेम्स के दौरान पाँच ग्लैमर गर्ल रहेंगी सभी के आकर्षण का केन्द्र
दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स में देशभर की उम्मीदें अपनी पाँच महिला खिलाडिय़ों बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल, उनकी साथी खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा, देश की पहली महिला विश्व चैंपियन निशानेबाज तेजस्विनी सावंत, टेनिस परी सानिया मिर्जा और स्क्वॉश की नवोदित स्टार दीपिका पल्लीकल पर बहुत कुछ निर्भर होंगी।
बैडमिंटन में विश्व की तीसरे नंबर की खिलाड़ी साइना नेहवाल स्वर्ण पदक की शर्तिया दावेदार हैं। हाल में साइना ने लाजवाब खेल दिखाया है और विश्व रैंकिंग में लगातार सुधार भी किया है। उन्होंने कुछ माह पहले लगातार तीन सुपर सिरीज खिताब जीतकर दुनिया भर में अपने प्रतिद्वंद्वियों के लिए खतरे की घंटी बजा दी थी। विश्व चैंपियनशिप में हालांकि इस हैदराबादी बाला को निराशा हाथ लगी थी लेकिन वह इससे उबरकर शानदार प्रदर्शन के लिए तैयार हैं। राष्ट्रमंडल खेलों में मिलने वाली चुनौतियों से भली भांति वाकिफ साइना ने विश्वास व्यक्त किया है कि वह इन खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगी।
साइना और अन्य महिला बैडमिंटन खिलाड़ी हैदराबाद की ही ज्वाला गुट्टा को क्रमश: एकल और युगल मुकाबलों में स्वर्ण पदक जीतने का दावेदार माना जा रहा है। सात बार राष्ट्रीय युगल चैंपियंन रह चुकी ज्वाला ने तो कहा है कि वह देश के लिए कम से कम दो स्वर्ण जरूर झटकेंगी।
निशानेबाजी के क्षितिज पर पुरुष वर्चस्व को तोड़ते हुए अचानक उभरी महिला विश्व चैंपियन तेजस्विनी सावंत से इस बार सबको उम्मीदें बंधी हैं। देशवासी तो क्या तेजस्विनी के प्रतिद्वंद्वी उनका लोहा मान रहे हैं।
पुणे की तेजस्विनी ने गत माह म्यूनिख में संपन्न विश्व चैंपियनशिप में 600 में से 597 का स्कोर कर इस प्रतियोगिता में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय महिला होने का गौरव प्राप्त किया था। इसके अलावा उन्होंने महिला निशानेबाजी में विश्व रिकॉर्ड भी कायम किया था। टेनिस में हैदराबादी बाला सानिया मिर्जा से पदक की उम्मीद की जा रही है। लंबे समय तक आउट ऑफ फार्म रही सानिया ने हाल में अच्छी वापसी की है।
घरेलू माहौल में और अपेक्षाकृत आसान प्रतिद्वंद्वियों के सामने उनके लिए यह पदक जीतने का बेहतरीन मौका है। वर्ष 2009 में महेश भूपति के साथ मिलकर ऑस्ट्रेलियन ओपन का मिश्रित युगल जीतने वाली सानिया से एकल और युगल दोनों मुकाबलों में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।
स्क्वॉश में दीपिका पल्लीकल ने विश्व चैंपियनशिप में अच्छा प्रदर्शन कर भारत की उम्मीदें बढ़ाई हैं। यूरोपीय और एशियाई स्क्वॉश रैंकिंग में शीर्ष स्थान पाने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी चेन्नई की दीपिका अपने नाम कई खिताब कर चुकी हैं। इस कड़ी में राष्ट्रमंडल खेलों का स्वर्णिम नगीना वह जड़ पाएँ तो उनके और देशवासियों के लिए इससे बड़ी खुशी क्या होगी।
उपरोक्त पाँच सितारों के अलावा महिलाओं में तीरंदाज डोला बनर्जी, दीपिका कुमारी और बोम्बाल्या देवी से भी पदक उम्मीदें हैं। महिला हॉकी टीम पिछले दो खेलों में पदक हासिल कर चुकी है और इस बार भी इन खेलों में पदक जीतने की दावेदार रहेगी।
दुनिया की टॉप 50 रैंकिंग में शुमार देश की एकमात्र महिला जिमनास्ट दीपा करमाकर यदि कामयाबी हासिल कर लें तो यह सोने पर सुहागे जैसा होगा। इसके अलावा बैडमिंटन में अपर्णा बालन, स्क्वॉश में जोशना चिनप्पा, भारोत्तोलन में सोनिया चानू, मोनिका देवी. हॉकी में रानी रामपाल और सबा अंजुम जैसी खिलाडिय़ों से भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीदें हैं।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment